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ईडी ने साहिबगंज डीसी को भेजा सम्मन, 23 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया

ईडी ने साहिबगंज डीसी को भेजा सम्मन, 23 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया
साहिबगंज में अवैध खनन के जरिए 1000 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच कर रही ईडी ने अब जिले के डीसी राम निवास यादव को पूछताछ के लिए सम्मन जारी किया है.
रांची: साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन के जरिए की गई मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की जांच की दिशा हर दिन आगे बढ़ रही है. इस मामले में अब ईडी ने साहिबगंज के डीसी राम निवास यादव को सम्मन भेजकर पूछताछ के लिए एजेंसी के रांची दफ्तर में बुलाया है. जानकारी के मुताबिक 23 जनवरी को ईडी ने साहिबगंज डीसी को पूछताछ के लिए बुलाया है.

आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल पर शिकंजा कसने के बाद यह तीसरा मामला होगा जब किसी आईएस रैंक के अधिकारी को ईडी ने पूछताछ के लिए एजेंसी के दफ्तर बुलाया है. 23 जनवरी को एजेंसी के एयरपोर्ट रोड स्थित दफ्तर में साहिबगंज डीसी को अवैध खनन से जुड़े सवालों का सामना करना पड़ेगा
साहिबगंज डीसी के रूप में रामनिवास यादव की तैनाती साल 2020 में हुई थी, इसके बाद वहां भारी पैमानें पर अवैध खनन हुआ है. ईडी ने भी खुलासा किया है कि बीते दो ढाई सालों में साहिबगंज में अवैध खनन के जरिए 100 करोड़ की अवैध कमाई की गई. जिला में डीसी अवैध खनन रोकने वाली एक्शन टीम के प्रमुख होते हैं, ऐसे में उनके द्वारा किए गए कार्रवाईयों पर भी ईडी जानकारी ले सकती है. पूर्व में ईडी ने संथाल परगना के कमीश्नर को भी नोटिस देकर बुलाया था. उनका बयान इस मामले में दर्ज किया जा चुका है
साहिबगंज में अवैध खनन और परिवहन के मामले की जांच में कई नए तथ्य सामने आए हैं. उन सब को लेकर साहिबगंज डीसी से पूछताछ होगी. साहिबगंज से गंगा नदी के रास्ते अवैध पत्थर से लदे ट्रकों को जलयान से बिहार, बंगाल भेजे जाने की बात भी सामने आयी है. वहीं, ओवरलोडिंग के कारण गंगा नदी में पिछले वर्ष 24- 25 मार्च की रात हुए हादसे को लेकर चौकानें वाले तथ्य सामने आए हैं. एक ही हादसे पर साहिबगंज के डीसी और कटिहार के डीएम ने अलग अलग रिपोर्ट तैयार की थी. साहिबगंज के डीसी ने हादसे से जुड़ी रिपोर्ट में बताया था कि साहिबगंज के समदा घाट से 24 मार्च की दोपहर चिप्स और बोल्डर से लदी ट्रकों को जलयान के जरिए कटिहार के मनिहारी लिए रवाना किया गया था. लेकिन रास्ते में जलयान खराब हो गई थी, इस कारण रात में हादसा हो गया था. वहीं कटिहार के डीएम ने घटना के संबंध में जो रिपोर्ट दी थी उसके मुताबिक, उन्होंने बताया है कि साहिबगंज के समदा घाट से रात में जलयान निकली थी. दोनों के रिपोर्ट में इतना अंतर क्यों आया इसे लेकर भी ईडी साहिबगंज डीसी से सवाल-जवाब करेगी.
गौरतलब है कि झारखंड में 1000 करोड़ के मनी लाउंड्रिंग के मामले में ईडी ने पिछले साल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ की थी सीएम पूछताछ के बाद यह तय हो गया था कि अब कुछ नौकरशाहों से ईडी सम्मन कर पूछताछ कर सकती है. मुख्यमंत्री के बयान के बाद अवैध खनन और उससे जुड़ी कार्रवाईयों को लेकर साहिबगंज के डीसी राम निवास यादव, एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा के साथ साथ डीएमओ और डीएफओ स्तर के अधिकारियों से सम्मन होना तय था, उसी कड़ी में ईडी ने साहिबगंज डीसी के रूप में पहला नाम तय करते हुए उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया है.
सीएम ने साहिबगंज में पंकज मिश्रा और उसके करीबी दाहू यादव के बारे में पूछताछ के दौरान कहा था कि उन्हें पंकज मिश्रा या दाहू के द्वारा किसी अवैध गतिविधि की सूचना उन्हें नहीं है. अगर साहिबगंज में काई अवैध खनन हुआ है तो इसे रोकने की जिम्मेदारी वहां के डीसी और एसपी की थी. ऐसे में यह उसी दिन तय हो गया था कि एजेंसी जल्द ही साहिबगंज डीसी और एसपी को सम्मन जारी करेगी. ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही साहिबगंज एसपी अनुजन किस्पोट्टा को भी ईडी के द्वारा सम्मन जारी किया जाएगा.