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दुमका में निर्माणाधीन मिनी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में लापरवाही, स्विमिंग पुल के निर्माण के बाद ठप्प पड़ा काम

दुमका में सरकारी बस पड़ाव को मिनी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स बनाने का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है. शुरुआती दौर में तैराकी प्रतियोगिता के लिए 90 लाख की लागत से स्विमिंग पुल का निर्माण हुआ, लेकिन उसके बाद से काम पूरी तरह ठप्प है. सांसद सुनील सोरेन इसके लिए सरकार को दोषी ठहराते हैं, वहीं, उपायुक्त का कहना है कि विभागीय स्तर पर कार्रवाई जारी है
दुमका: जिले के सरकारी बस पड़ाव से वाहनों का परिचालन लंबे समय तक बंद होने के बाद सरकार ने यह निर्णय लिया कि इसके लगभग तीस बीघा जमीन पर मिनी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स डेवलप किया जाए. सरकार का यह निर्णय धरातल पर भी उतरा और सबसे पहले तैराकी प्रतियोगिता के लिए स्विमिंग पूल का निर्माण 90 लाख की लागत से किया गया. इस स्विमिंग पुल का उदघाटन जनवरी 2020 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया. इसके बाद से आज तक इस स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में एक भी ईंट जोड़ी नहीं गई है. काम पूरी तरह से ठप्प है और इसके शुरू होने की दिशा में कोई सुगबुगाहट भी नजर नहीं आ रही, जबकि यहां इंडोर गेम्स बैडमिंटन, लॉन टेनिस, टेबल टेनिस,कैरमबोर्ड, वॉलीबॉल के कोर्ट का निर्माण होना है.
दुमका के सरकारी बस पड़ाव के जमीन पर बनने वाले स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण कार्य ठप्प हो जाने के संबंध में जब दुमका सांसद सुनील सोरेन से बात की गई तो उन्होंने इसे वर्तमान राज्य सरकार की लापरवाही बताया. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार को विकास कार्यों से कोई लेना-देना नहीं उनका ध्यान सिर्फ इस बात पर है कि किस तरह से पत्थर-कोयला की बिक्री की जाए. सांसद ने मांग किया है कि जल्द से जल्द इस स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण कार्य पूरा हो.
मिनी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण कार्य ठप्प हो जाने के संबंध में जब दुमका उपायुक्त राजेश्वरी बी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस कांप्लेक्स के निर्माण में जो जमीन चाहिए थी उसे उपलब्ध करा दिया गया है. उन्होंने कहा कि जहां तक निर्माण कार्य की बात है उस दिशा में भी विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जा रही है. इस सरकारी बस पड़ाव के जमीन को निजी बस मालिकों ने अपने गैरेज के रूप में उपयोग करना शुरू कर दिया है. वहीं, इसका उपयोग लोग खुले में शौच के लिए भी कर रहे हैं. ऐसे में यह जरूरी है कि यहां स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का काम पूरा हो ताकि लोगों को एक बेहतर व्यवस्था मिल सके. सांसद इसे सरकार की लापरवाही बता रहे हैं. वहीं दूसरी ओर उपायुक्त जल्द सब कुछ ठीक होने की बात कह रही है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि कब तक इस मिनी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण कार्य फिर से शुरू होकर पूरा होता है.