झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

दोनों ही वरदान मिला है

दोनों ही वरदान मिला है
******************
मान मिला अपमान मिला है
दोनों ही वरदान मिला है

सुख दुख जीते जो धीरज से
उनको तो भगवान मिला है

राह कठिन जीवन में अक्सर
कभी कभी आसान मिला है

रिश्ते जब रिसने लग जाए
अपनों सा अनजान मिला है

वो तारीफ लगे गाली जब
प्रायोजित सम्मान मिला है

जीते जो सम्वेदित होकर
उसको सच्चा ज्ञान मिला है

सच से आँख मिलाकर जीते
एक सुमन नादान मिला है

श्यामल सुमन