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धनबाद के वकीलों ने खुद को न्यायिक कार्य से अलग, एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की

धनबाद में जमशेदपुर के अधिवक्ता को रात के अंधेरे में घर से बुलाकर अधिवक्ता प्रकाश यादव की धारदार हथियार से हत्या के बाद से अधिवक्ता काफी मर्माहत है. वहीं अधिवक्ताओं ने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग सरकार से की है.

धनबाद: जमशेदपुर के अधिवक्ता प्रकाश यादव की निर्मम हत्या के विरोध में झारखंड बार काउंसिल के आह्वान के बाद धनबाद के अधिवक्ताओं ने खुद को न्यायिक कार्य से अलग रखा. एक भी आवेदन पर कोर्ट में सुनवाई नहीं हो पाई. धनबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी ने कहा कि जमशेदपुर में अधिवक्ता की निर्मम तरीके से हुई हत्या के बाद अधिवक्ता काफी मर्माहत हैं. न्याय की रक्षा करने वाले को ही आज मौत के घाट उतार दिया जा रहा है।. उन्होंने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग सरकार से की है. साथ ही मृत अधिवक्ता के आश्रितों को एक करोड़ रुपये सरकार की तरफ से देने की मांग की गई है.
बता दें कि जमशेदपुर में मंगलवार रात को अंधेरे में घर से बुलाकर अधिवक्ता प्रकाश यादव की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में भूचाल मचा हुआ है. जहां पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने वर्तमान विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक अपने इर्द-गिर्द नवग्रह रूपी भूमि माफियाओं को संरक्षण देते हैं.
वहीं,पुलिस ने सरयू राय की पार्टी भाजमो के मंडल अध्यक्ष को हिरासत में भी ले लिया गया है. इसी के साथ सरयू राय ने सीएम को पत्र लिखकर बीजेपी नेता प्रकाश यादव की हत्या के मामले में सीबीआई से जांच कराने की मांग की है.