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देखरेख के अभाव में चिल्ड्रन पार्क के उपकरण टूटे, पार्क में चराए जा रहे मवेशी

जमशेदपुर  में करोड़ों रुपये की लागत से विकसित चिल्ड्रन पार्क देखरेख के अभाव में बदहाल हो गया है. यहां बच्चों के लिए लगाए गए उपकरण टूट गए हैं और बेंचों को दीमक नुकसान पहुंचा रहे हैं. चरवाहे यहां मवेशी चरा रहे हैं और कोई ध्यान देने वाला नहीं है.

जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या चार में 1.24 करोड़ रुपये की लागत से चिल्ड्रन पार्क बनवाया गया है पर रख-रखाव के अभाव में पार्क बदहाल हो गया है. बेंच को दीमक नुकसान पहुंचा रहे हैं. यहां बच्चों के खेलने के लिए लगाए गए उपकरण टूट गए हैं और चरवाहे यहां मवेशी चरा रहे हैं.
वार्ड नंबर चार के पुरनापानी में नगर पंचायत ने चार साल पूर्व लगभग 1.24 करोड़ ( एक करोड़ 24 लाख) की लागत से चिल्ड्रन पार्क बनवाया था. बच्चों के खेलने और मनोरंजन के लिए बनाए गए इस पार्क में देखरेख मे अभाव मवेशी चराए जा रहे हैं. स्थानीय लोगों का व्यवस्थाओं में अनियमितता किए जाने का आरोप लगाया गया है. मामले की जांच के लिए लोगों ने आमरण अनशन तक किया पर आज तक इसकी जांच नहीं हुई.
जानकारी के मुताबिक एक बड़े भूभाग पर फैले इस पार्क में खेल के सामान, शौचालय, बगीचा, नाना-नानी पार्क और वृक्ष स्थल जैसी सुविधाएं विकसित की गईं थीं पर पार्क के निर्माण में अनियमितता और रख रखाव के अभाव में यह अनुपयोगी हो गया है. बच्चों के खेलने के लिए लगाए गए उपकरण टूट गए हैं. यहां लगाए गए पौधों को आसपास के लोगों की बकरियां चर गईं. बैठने के लिए बनाए गए बेंच को दीमकों ने खराब कर दिया. चरवाहे यहां मवेशी चराने लगे और घास काटने लगे. नगर पंचायत के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. जांच को लेकर कई बार लोगों ने आमरण अनशन किए तो जांच करने के
सिर्फ आश्वासन ही दिए गए. इसी तरह प्रखंड सह अंचल कार्यालय से सटे लगभग 10 लाख की लागत से निर्मित नगर पंचायत पार्क की भी हालत खराब है.