लखनऊ। भारत विकाश समिति के सचिव अनुरूप मिश्रा ने 74 स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि,15अगस्त यह दिन किसी पहचान का मोहताज नहीं। कितने बलिदानों, कितने वर्षों के कठिन संघर्ष के बाद आज के दिन ही हमे अंग्रेजो के चंगुल से छुटकारा मिला था। तब से लेकर आज तक हम इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। अंग्रेजो से आजादी पाना इतना आसान नहीं था।
आज भारत में 74 वा स्वतंत्रता दिवस मना रहा है।आज हम उस स्वतंत्रत भारत में रह रहे हैं, जो हमारे विर शहीदों के खून पसीना से सींचा हुआ है। आज के दिन हम, उस विर शाहिद सेनानियों के बलिदान को याद करते हैं। जिन्होंने हमे आजादी दिलाने में काफी संघर्ष किए और वीर गति को प्राप्त हो गए। जिस तरह राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के साथ कई युवा नेता आजादी के लिए, अँग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बिगुल फ़ूका। उसी प्रकार आज के युवा को भी अग्रसर होने की जरूरत है। पंडित जवाहर लाल नेहरू, भगत सिंह ने कहा था की, हमारे देश की युवा मे राष्ट्र बदलने की क्षमता है, इसीलिए हमारा भी यह कर्तव्य बनता है कि,हम अपने राष्ट्र की सेवा करे अपने देश को बेहतर बनाने का हर सम्भव प्रयास करे और अपने राष्ट्र को उज्वल शिखर की ओर अग्रसर करे।
आज के दिन स्वतंत्रता दिवस मानने का एक बहुत बड़ा उदेश्य यह भी होता है कि, अपने देश की भविष्य युवा पीढ़ी को, एक बार इतिहास को उकेरने का मौका मिले और वो अपने भविष्य अपने देश को गंभीरता से ले कि यह आज़ादी हमे दान में नहीं, बल्कि कई वीर शहीदों की जान के बदले मिला है।
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