रांची- चर्चित लेखक विवेकानंद झा की पुस्तक नरेंद्र दामोदर दास मोदी : नो मोर एपोलॉजिस्ट’ का विमोचन आज रांची प्रेस क्लब में जमशेदपुर पूर्व के विधायक सरयू राय, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओंकार नाथ सिंह, स्वयंसेवी संस्था युगांतर भारती के कार्यकारी अध्यक्ष अंशुल शरण ने सयुक्त रूप से किया.
इस मौके पर विधायक सरयू राय ने कहा की प्रधानमंत्री मोदी ने देश को सही दिशा देने का काम किया है. पुस्तक में लेखक ने प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व को उभारने का काम किया है. पुस्तक की विवेचना करते हुए राय ने कहा की पुस्तक की लेखक ने अपनी लेखनी से पुस्तक को निखार दिया है और पुस्तक देश और दुनिया में प्रसिद्धि पाएगी. प्रधानमंत्री के काम का अध्यन पुस्तक में किया गया है. जैसे अभिमन्यु चक्रव्यू में घिर गए थे पर अभिमन्यु को निकास का रास्ता नहीं मालूम था पर प्रधानमंत्री तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए कर्तव्य पथ पर वचनबद्ध हैं श्री राय ने कहा की पुस्तक में मोदी के 1974 से अब तक का काम, रथ यात्रा, इमरजेंसी वाजपेयी की सरकार, राज धर्म, नोटबंदी, कोविड, 56 इंच से अब तक नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व पर क्या प्रभाव पड़ा उसका लेखन रोचक तरीके से किया है. इसके लिए लेखक बधाई के पात्र हैं. पुस्तक में गंगा जमुना तहजीब, राम और रहीम एक है जैसे ज्वलंत विषयों पर भी चर्चा किया गया है.
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओंकार नाथ सिंह ने कहा की रामायण दो राज्यों के बीच में झगड़ा था, महाभारत परिवार के बीच का झगड़ा था. प्रधानमंत्री का कृत्य अकल्पनीय है. बोलने में अच्छा लगता है लेकिन प्रधानमंत्री ने वाकई में घर परिवार को त्याग कर के मिसाल साबित किया है. उन्होंने लेखक से पुस्तक का हिंदी अनुवाद करने का आग्रह किया. प्रो. सिंह ने कहा की यह पुस्तक आने वाले समय में मिल का पत्थर साबित होगा.
पुस्तक के बारे में लेखक विवेकानंद झा ने विस्तार से बताया, धन्यवाद ज्ञापन युगांतर भारती के कार्यकारी अध्यक्ष अंशुल शरण तथा मंच संचालन प्रमोद कुमार झा के किया
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में मुख्य रूप से रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव डा. एम. के. जमुआर, भा.प्र.से के सेवानिवृत अधिकारी रविन्द्र सिंह, भा.पु.से के सेवानिवृत अधिकारी राजीव रंजन सिंह, भारतीय जनतंत्र मोर्चा के अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी, पी. एन. सिंह समेत कई प्रबुद्धजन उपस्थित थे.
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