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चिकित्सक और जीएनएम के बीच विवाद

जामताड़ा के कोविड-19 अस्पताल में चिकित्सा पदाधिकारी और जीएनएम के बीच आपसी विवाद मामले में जिले के सिविल सर्जन ने जांच कमेटी गठित कर दी है. जेएनएम और डॉक्टर में हुए विवाद को लेकर दोनों ने जामताड़ा सिविल सर्जन आशा एक्का को लिखित आवेदन देकर अपना पक्ष रखा था.

जामताड़ा: कोविड-19 अस्पताल में चिकित्सा पदाधिकारी और जीएनएम के बीच आपसी विवाद मामले में सिविल सर्जन ने जांच कमेटी गठित कर दी है. जीएनएम और डॉक्टर में हुए विवाद को लेकर दोनों ने जामताड़ा सिविल सर्जन आशा एक्का को लिखित आवेदन देकर अपना पक्ष रखा था
जामताड़ा कोविड-19 अस्पताल में एक चिकित्सा पदाधिकारी और एक जीएनएम के बीच किसी बात को लेकर हुए आपसी विवाद मामले में सिविल सर्जन ने जांच कमेटी गठित किया है. तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है. इस जांच कमेटी में एक चिकित्सा पदाधिकारी और जीएनएम के बीच हुए विवाद आरोप प्रत्यारोप लेकर जांच करेगी मामले को लेकर सिविल सर्जन ने जानकारी देते हुए बताया कि चिकित्सा पदाधिकारी और जीएनएम के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई थी. दोनों तरफ से लिखित शिकायत दी गई है, जिस पर जांच कमेटी गठित की गई है. जांच उपरांत कार्रवाई की जाएगी.
बताया जाता है कि कोविड-19 अस्पताल में एक जीएनएम ने अपने काम के दौरान बिना जांच किए ही किसी व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव दे दी, जिसे लेकर चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर दुर्गेश झा ने उक्त जीएनएम को डांट लगाई थी. इस दौरान दोनों के बीच काफी बहस भी हो गई और विवाद बढ़ गया. विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों कर्मियों ने मामले की शिकायत सिविल सर्जन से कर दी है. इसी दौरान डॉक्टर दुर्गेश झा लंबी छुट्टी पर भी चले गए हैं.
इस घटना को लेकर कोविड-19 के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दुर्गेश झा और जीएनएम ने अपनी-अपनी लिखित शिकायत सिविल सर्जन को दी है, जिसमें डॉ दुर्गेश झा ने जीएनएम पर बिना जांच कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव दे दिए जाने का आरोप लगाया है, तो वहीं जेएनएम ने चिकित्सक पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है.
इधर मामले को लेकर डॉ दुर्गेश झा ने बताया कि मामला का सुलह हो गया है. अब उक्त जेएनएम के साथ उनका कोई विवाद नहीं है. वहीं इस मामले में सिविल सर्जन जांच कमेटी गठित कर दी है. ऐसे में कौन सही है और कौन गलत है, इसका फैसला जांच के बाद ही हो पाएगा.