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ब्रिक्स: अफ्रीकी विदेश मंत्री ने कहा- गरीब देशों के साथ साझा की जाए वैक्सीन उत्पादन की तकनीक

ब्रिक्स: अफ्रीकी विदेश मंत्री ने कहा- गरीब देशों के साथ साझा की जाए वैक्सीन उत्पादन की तकनीक*

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को ब्रिक्स की पन्द्रहवीं वर्षगांठ के मौके पर शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की। कोरोना वायरस काल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की जा रही इस बैठक में भारत, चीन और ब्रिक्स समूह के अन्य तीन देशों के विदेश मंत्री शामिल हुए। इस दौरान भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने समकक्षों से कोरोना वायरस संक्रमण, वैक्सीनेशन, वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों, सतत विकास और आतंकवाद का मुकाबला जैसे विषयों पर चर्चा की।
मंत्री एस जयशंकर ने कहा, भारत ने ब्रिक्स की पन्द्रहवीं वर्षगांठ पर अध्यक्षता ग्रहण की है। साल 2006 में न्यूयॉर्क में पहली बार हमारे विदेश मंत्रियों की मुलाकात से अब हम बहुत आगे तक का सफर तय कर चुके हैं। हमारे समूह का मार्गदर्शन करने वाले सिद्धांत वर्षों से लगातार बने हुए हैं। बैठक में दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री नालेदी पंडोर ने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका और भारत ने टीआरआईपीएस के कुछ पहलुओं की अस्थायी छूट के लिए विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के समक्ष एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया है।

*रांची-बाबा रामदेव के एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति को लेकर विवादित बयान पर राज्य भर के डॉक्टरों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज राज्य भर के निजी और सरकारी डॉक्टरों ने बाबा रामदेव के बयान के विरोध में काला बिल्ला लगाकर कार्य कर रहे हैं
वही विरोध में शामिल जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विकास कुमार ने कहा की लड़ाई एलोपैथ और आयुर्वेद के बीच नहीं है बल्कि बाबा रामदेव के बयान के विरोध में है इसको लेकर हमलोग काला बिल्ला लगाकर विरोध दर्ज करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव के बयान के कारण एलोपैथ वैक्सीनेशन सहित कई चीजों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। बाबा रामदेव को अपने बयान को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एलोपैथी के डॉक्टर ने कोरोना की इस घड़ी में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
बाबा रामदेव को योग को बढ़ाने में ध्यान देना चाहिए। एलोपैथी के बारे में उनका बयान चिकित्सकों को आहत करता है।

*कोरोना संक्रमण से मृत्यु हुई नर्स के परिजनों के लिए मुआवजा और नौकरी का भी किया मांग*

राँची :कोरोना के बढ़ते संक्रमण के दौरान राज्य सरकार अस्पतालों की व्यवस्था दुरुस्त करने और रिम्स कोविद सेंटर में जरूरत के अनुसार 27 नर्स और 48 वार्ड बॉय और वार्ड गर्ल को t&m कंपनी के माध्यम से ज्वाईनिंग करवाया गया था, आज एकाएक रिम्स प्रबंधन की तरफ से उन्हें काम करने से मना कर दिया गया, साथ ही एक नर्स सुनीता केरकेट्टा की कोरोना से मौत हो गई है, मृतक सुनीता के परिजनों को मुआवजा और आपदा के समय कोरोना सेंटर की कमान संभालने वाले नर्स और कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी करने उन्हें स्थाई करने की मांग को लेकर वार्ड बॉय और नर्सों ने रिम्स में आंदोलन शुरू कर दिया है , आंदोलनरत नर्सों ने कहा कि संकट की घड़ी में हमें आनन-फानन में बहाल कर लिया गया, संकट की घड़ी में लोगों को हमलोगों ने बचाया अब जब स्थिति सामान्य हो रही है तो प्रबंधन हमें दोहरी नज़र से देख रहा है जिसे देखते हुए हमने आंदोलन शुरू किया है और जबतक हमारी मांगे पूरी नहीं होती हमारा आंदोलन जारी रहेगा*

*कोरोना महामारी और मंदी में भी आईआईटी धनबाद के छात्रों की बल्ले- बल्ले, सात छात्रों को मिला 54.57 लाख का पैकेज, 656 छात्रों को जॉब*

*धनबाद : कोरोना महामारी और मंदी के इस दौर में भी आईआईटी आईएसएम धनबाद के 2021 बैच के छात्र-छात्राओं की बल्ले-बल्ले है। आईआईटी धनबाद के सात छात्रों को गूगल ने 54.57 लाख रुपए का सालाना पे पैकेज दिया है। इनमें ज्योति कुमारी, शिवांश अवस्थी, पवन मोहन डोगरा, विशाल कुमार सोम, अनुष्का मित्तल, अखिल बिनानी, नव्या श्रीवास्तव शामिल हैं। यह सभी कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के छात्र हैं। वर्ष 2021 बैच के छात्र-छात्राओं के लिए यह अब तक का सर्वाधिक पे पैकेज है। आईआईटी के कैरियर डेवलपमेंट सेल ने सर्वाधिक पे पैकेज 54.57 की सूचना जारी की है।
अब तक जापानी कंपनी लिंकविज ने 48.31 लाख रुपए सालाना पे पैकेज दिया था। न्यूनतम पे पैकेज छह लाख रुपए है। इससे पहले अप्रैल में गूगल ने तीन छात्रों (दो इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और एक कंप्यूटर साइंस के) को 44 लाख रुपए सलाना पे पैकेज ऑफर हो चुका है। वहीं तीन अन्य कंपनियों ने छह छात्रों का कैंपस किया है। इंश्योरेंस देखो ने कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग समेत विभिन्न ब्रांच के चार छात्रों का चयन 21 लाख रुपए सालाना पे पैकेज पर किया है।*

*जमशेदपुर- कोरोना अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि डेंगू, चिकुनगुनिया, जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) का खतरा बढ़ गया है। पूर्वी सिंहभूम के जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ. साहिर पाल ने एमजीएम अधीक्षक, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक, सभी प्रखंड के चिकित्सा प्रभारी, टीएमएच, टाटा मोटर्स अस्पताल, टिनप्लेट अस्पताल, ब्रह्मानंद अस्पताल सहित अन्य निजी अस्पतालों को एक पत्र के माध्यम से अलर्ट भेजा गया है।
डॉ. साहिर पाल ने कहा कि तापमान में वृद्धि तथा वर्षा के कारण वेक्टर जनित मौसमी बीमारी का प्रकोप बढ़ जाता है। ऐसे में आगामी मानसून के मद्देनजर रखते हुए संदिग्ध मामलों की जानकारी उपलब्ध कराएं ताकि समय रहते आवश्यक चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। जमशेदपुर पूर्व से ही डेंगू, चिकुनगुनिया का हब रहा है। ऐसे में लोगों को विशेष जागरूक होने की जरूरत है। अगर किसी में इससे संबंधित लक्षण दिखे तो तत्काल अस्पतालों में जाकर चिकित्सक से संपर्क करें और जांच कराएं।
कोरोना के 380 मरीज हुए स्वस्थ, 96 मिले पॉजिटिव और दो की हुई मौत
कोरोना मरीजों की संख्या लगातार घट रही है। रविवार को कुल दो हजार 265 लोगों की जांच हुई। इसमें 96 पॉजिटिव मिले। सबसे अधिक घाटशिला, पोटका, मुसाबनी, सोनारी में मरीज मिले। वहीं, कोरोना से दो मरीजों की मौत हुई। दोनों मृतक बिरसानगर निवासी है। इसमें एक महिला (69) और दूसरा पुरुष (89) शामिल हैं। जिले में मृतकों की संख्या बढ़कर 1014 हो गई है।
ढ़ाई हजार से अधिक लोगों का लिया गया नमूना
पूर्वी सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंडों से रविवार को कुल दो हजार 852 लोगों का नमूना लेकर जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा गया। रिपोर्ट बुधवार तक आने की संभावना है। जिले में अभी तक नौ लाख 14 हजार 447 लोगों की जांच हो चुकी है।
380 मरीज स्वस्थ होकर वापस घर लौटे शहर के विभिन्न कोविड अस्पतालों में भर्ती कुल 380 मरीज स्वस्थ हुए*

*राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जन कल्याण संगठन के राज्य निर्देशक समाजसेवी रवि जायसवाल एवं राज्य महासचिव महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ समाजसेवी रानी गुप्ता के द्वारा आज टेल्को निवासी जरूरतमंद के घर में राशन पहुंचाए रवि भैया मुझे कॉल करके बोलिए रानी जी या घर बहुत ही परेशान है इनको राशन की आवश्यकता है तो हमने जाकर राशन इस महिला को दिए हमारे साथ
बागबेड़ा निवासी पूजा कुमारी मीरा झा ,गुरमीत सिंह ,परमजीत कौर, उपस्थित थे