धनबाद में भूली नगर प्रशासन और यहां के दुकानदारों के बीच चल रहा आंदोलन आज तीसरे दिन भी जारी था. भारी संख्या में दुकानदार बीसीसीएल कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने प्रबंधन से बात की. इस बातचीत के बाद पुरानी दुकानों को नहीं तोड़ने का निर्णय लिया गया धनबादः जिले में एशिया की सबसे बड़ी श्रमिक कॉलोनी कहे जाने वाले भूली इलाके में अतिक्रमण को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा चौबीस घंटे के अंदर खाली करने के फरमान के बाद भूलीवासियों की एकजुटता रंग लायी. सोमवार को बीसीसीएल प्रबंधन से हुई वार्ता के बाद भूलीवासियों को फिलहाल राहत मिल गई है.
दरअसल भूली नगर प्रशासन और यहां के दुकानदारों के बीच चल रहा आंदोलन आज तीसरे दिन भी जारी था. भारी संख्या में दुकानदार सी-ब्लॉक स्थित काली मंदिर के पास इकट्ठा हुए और यहां से सीधे ए-ब्लॉक स्थित बीसीसीएल कार्यालय पहुंचे. वहां पर दुकानदारों को दिए गए नोटिस के जवाब में बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
साथ ही आंदोलनकारियों ने प्रबंधक कार्यालय जाकर मांगपत्र सौंपा गया. साथ ही प्रबंधन से वार्ता की. वार्ता में निष्कर्ष निकला कि अब कोई भी पुरानी दुकानों को तोड़ा नहीं जाएगा और कोई भी नई दुकान नहीं लगा सकता है. इस आश्वासन के बाद प्रदर्शन में आए लोगों ने खुशी जाहिर की. इस तरह से तीन दिन से चल रहा है टकराव का पटाक्षेप हो गया. हालांकि स्थानीय लोगों ने कहा कि इस समस्या के स्थाई समाधान को लेकर आगे कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी और लीज पर जमीन को लेने का प्रयास किया जाएगा
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