झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

बीच मैदान जामताड़ा डीसी-एसपी में तू-तू, मैं-मैं, एसपी ने पुलिस मुख्यालय में की शिकायत

जामताड़ा जिले में एक बार फिर से डीसी और एसपी के बीच विवाद सामने आ गया है. जामताड़ा डीसी ने अपना पावर दिखाते हुए एसपी को जमकर भला बुरा कहा. जिसके बाद दोनों में जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई

रांचीः जामताड़ा जिले का गांधी मैदान उस वक्त तीखी बहस का अड्डा बन गया, जब जिले के दो बड़े अधिकारी आपस में उलझ गए. बीच मैदान जामताड़ा डीसी और एसपी में तू-तू, मैं-मैं हुई. एसपी ने पुलिस मुख्यालय तक शिकायत पहुंचा दी है. स्वतंत्रता दिवस के आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने को लेकर जामताड़ा जिले में डीसी फैज हक मुमताज और एसपी अंशुमन कुमार के बीच विवाद हो गया. दोनों अफसरों के बीच विवाद के बाद जामताड़ा एसपी ने डीसी की ओर से किए गए गलत व्यवहार की जानकारी पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों को दी है. जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की सुबह जिला के गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस का फुल ड्रेस रिहर्सल होना था. रिहर्सल में तय समय के काफी पहले डीसी फैज अक मुमताज मौके पर पहुंच गए. एसपी को वहां नहीं पाकर डीसी ने रांची में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी को फोन कर एसपी की शिकायत कर दी. इसके बाद पुलिस मुख्यालय की एक अधिकारी ने मामले में दुमका डीआइजी सुदर्शन मंडल को फोन किया. दुमका डीआईजी ने रिहर्सल में पहुंचने के बावत जब एसपी से पूछा तो उन्होंने बताया कि तय समय पर वह मैदान में पहुंच गए हैं. डीसी की ओर से की गई शिकायत को लेकर बीच मैदान में डीसी और एसपी उलझ गए और दोनों में जमकर तीखी बहस हुई. घटना के बाद एसपी ने तत्काल पूरे मामले की जानकारीडीजीपी समेत अन्य अधिकारियों को व्हाट्सएप और फोन के जरिए दे दी.
जामताड़ा एसपी ने मुख्यालय के अधिकारियों को जानकारी दी है कि डीसी वक्त के पहले मैदान पहुंच रहे हैं, इसकी सूचना उन्होंने फोन के जरिए नहीं दी, ना ही उनके गोपनीय से इस संबंध में जानकारी दी गई थी. डीसी तय वक्त के पहले पहुंचकर आला अफसरों को गलत जानकारी दे रहे थे, जबकि वो तय समय पर वहां पहुंचे थे. एसपी ने डीसी के व्यवहार की शिकायत भी अधिकारियों से की है
जामताड़ा जिले में डीसी और एसपी स्तर के अधिकारियों के बीच विवाद नया नहीं है. पहले भी पाकुड़ जिले में डीसी रहे दिलीप झा और तात्कालिन एसपी शैलेंद्र वर्णवाल के बीच विवाद हो गया था. दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ मुख्य सचिव और डीजीपी को जम कर पत्राचार किया था