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बड़ा भूमरी गांव में ग्यारह जून से बांग्ला भाषा की पढ़ाई शुरू होगी

बड़ा भूमरी गांव में ग्यारह जून से बांग्ला भाषा की पढ़ाई शुरू होगी

झारखंड बनने के पश्चात झारखंड के स्कूलों में बंगला भाषा की पढ़ाई बंद हो गई है झारखंड की बुनियादी भाषा बंगला है और 42% लोगों की मातृभाषा बंगला है विगत दो महीनों से झारखंड के विभिन्न संगठनों ने अपने स्तर से बच्चे को बंगला भाषा की शिक्षा दे रहे हैं जब कि यह काम सरकार को करना चाहिए।माताजी आश्रम हाता, बंगला क्लब खैरपाल,राधा गोविंद सेवा समिति कालिकापुर,गौरी कुंज घाटशिला वीणापाणि क्लब गोविंदपुर आदि संगठन ने निशुल्क रूप से बच्चे को बंगला भाषा की शिक्षा दे रहे हैं।
आगामी 11 जून 2023 को सुबह 10 बजे पोटका के बड़ा भूमरी गाँव में गौर निताई ठाकुर आजीविका की ओर से बंगला भाषा की क्लास शुरू की जायेगी बंगला सीखाने का क्लास का उदघाटन माताजी आश्रम हाता के संचालक, सहित्यकार और समाजसेवी सुनील कुमार दे करेंगे बच्चे को बंगला सीखने का पुस्तक माताजी आश्रम की ओर से दी जायेगी बंगला सीखाने का काम रीना मंडल और उनके साथी करेंगे।