रांची में सोमवार को सभी मनरेगा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. हड़ताल की वजह से विकास आयुक्त और नगर विभाग सचिव की बैठक रद्द हो गई. बता दें झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ पिछले 12 वर्षों से स्थायीकरण वेतनमान संबंधित विभिन्न मांगों को लेकर कई बार हड़ताल पर जा चुके हैं.
कि रांची: झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी महासंघ की तरफ से सोमवार को पूरे झारखंड भर के मनरेगा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. वहीं रविवार को नगर विकास मंत्री की ओर से हड़ताल पर नहीं जाने का सुझाव दिया गया था. बावजूद इसके सोमवार को सभी मनरेगा कर्मचारी हड़ताल पर है. इससे सरकारी कार्य पूरी तरह से बंद हो गया है
झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ पिछले 12 वर्षों से स्थायीकरण वेतनमान संबंधित विभिन्न मांगों को लेकर कई बार हड़ताल पर गए हैं. बावजूद सरकार इनके ऊपर कोई ध्यान नहीं देती है, जिसको लेकर पिछले दिनों नामकुम खिचड़ी ब्लॉक में एक बैठक कर निर्णय लिया गया था कि पूरे झारखंड राज्य के मनरेगा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. इसके तहत कोई भी मनरेगा कर्मचारी किसी भी तरह के सरकारी कार्य में शामिल नहीं हुआ और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए.
कर्मचारी महासंघ की तरफ से यह निर्णय लिया गया है कि सरकार और नगर विकास विभाग जब तक इन लोगों की मांग को पूरा नहीं करती है, तब तक मनरेगा कर्मचारी इस हड़ताल में सहयोग करेंगे और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे.
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