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अडतालीस घंटे बाद भी नहीं टूटा टाना भगतों का धरना, कोयले की ढुलाई ठप्प

लातेहार के टोरी रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को जाम कर टाना भगत समुदाय के लोग पिछले अडतालीस घंटे से धरने पर बैठे हैं. टाना भगत का कहना है कि छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट का पालन करते हुए जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तब तक वे लोग धरना पर से नहीं उठेंगे.

लातेहारः छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट लागू करवाने की मांग को लेकर टाना भगत समुदाय के लोग पिछले अडतालीस घंटे से रेलवे ट्रैक पर बैठकर आंदोलन कर रहे हैं, अभी तक नहीं तो इन्हें उचित आश्वासन मिला और नहीं इनकी मांगों पर कार्रवाई हो सकी. ऐसे में टाना भगत समुदाय के लोग रेलवे ट्रैक पर जमे हुए हैं.
दरअसल भूमि से संबंधित अपनी मांगों को लेकर टाना भगत समुदाय के लोग बुधवार से ही लातेहार जिले के टोरी रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को जाम कर धरना पर बैठे हुए हैं. टाना भगत का कहना है कि छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट का पालन करते हुए जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाएंगी, तब तक वे लोग धरना से नहीं उठेंगे. साथ ही कहा कि धरनास्थल पर वार्ता के लिए राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मोदी सरकार को आना होगा. साथ ही उनकी मांगों की मंजूरी को लिखित आश्वासन देना होगा, तभी रेलवे ट्रैक से धरना समाप्त होगा
अडतालीस घंटे से रेलवे ट्रैक जाम रहने से रेलवे को करोड़ों रुपये की क्षति हो रही है. अनुमान लगाया जा रहा है कि अब तक रेलवे को कम से कम 100 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हो चुका है. धरने पर बैठे टाना भगत समुदाय के लोग किसी भी व्यक्ति की बात सुनने को तैयार नहीं है. समुदाय के लोगों का कहना है कि धरना पर वार्ता करने वहीं आएगा, जिसके पास छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट को लागू करवाने की शक्ति हो. समुदाय के लोगों ने डीसी और एमएलए की बातों को भी सुनने से साफ इनकार कर दिया. विभिन्न मांगों को लेकर टोरी रेलवे स्टेशन के निकट रेलवे ट्रैक पर झारखंड राज्य के रांची, लातेहार, चतरा, लोहरदगा, गुमला समेत अन्य जिलों के टाना भगत समुदाय के लोग
धरना दे रहे हैं.