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अधिवक्ताओं के पितामह बीएन रथ के आकस्मिक निधन से शोक की लहर

सरायकेला-खरसावां के कद्दावर अधिवक्ता और अधिवक्ताओं के पितामह कहे जाने वाले विश्वनाथ रथ का बुधवार को निधन हो गया. जिससे सरायकेला वासियों और अधिवक्ताओं में शोक की लहर है.

सरायकेला: जिला बार एसोसिएशन में लगातार 7 बार अध्यक्ष रहे सरायकेला-खरसावां के कद्दावर अधिवक्ता और अधिवक्ताओं के पितामह कहे जाने वाले विश्वनाथ रथ का बुधवार को सुबह 5:15 पर निधन हो गया. स्वर्गीय विश्वनाथ रथ ने अंतिम सांस अपने सरायकेला स्थित आवास पर ली. इधर जैसे ही वरीय अधिवक्ता के निधन की खबर सरायकेला वासियों और अधिवक्ताओं को प्राप्त हुई सभी में शोक की लहर दौड़ गई. पूर्व जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष स्वर्गीय बीएन रथ स्वस्थ चल रहे थे लेकिन संभवत आशंका जाहिर की जा रही है कि हृदय गति रुकने के कारण उनकी मौत हो गई. इसके बाद बुधवार सुबह स्वर्गीय रथ की शव यात्रा सोशलडिस्टेंसिंग के साथ निकाली गई और अंतिम संस्कार कर दिया गया. पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय रथ ने सरायकेला-खरसावां जिले के विकास से संबंधित कई कार्यों में अहम भूमिका निभाई थी और वह सभी सामाजिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भी हिस्सा लेते थे. स्वर्गीय रथ पूर्व भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के कार्यकाल के दौरान राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष भी रहे थे. स्वर्गीय बीएन रथ का भरा-पूरा परिवार है और इनके भाई समेत भतीजे भी सरायकेला व्यवहार न्यायालय में जाने-माने अधिवक्ता हैं. उनका एक पुत्र और एक पुत्री है, पुत्र अमेरिका में कार्यरत है जबकि पुत्री जमशेदपुर में रहती है.
सरायकेला न्यायालय अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय बीएन रथ के आकस्मिक निधन से अधिवक्ताओं में गहरा शोक व्याप्त है, जिले के वरीय अधिवक्ता और आदित्यपुर अधिवक्ता संघ के संरक्षक ओमप्रकाश ने अपने पूर्व अध्यक्ष के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने बताया कि स्वर्गीय रथ के आकस्मिक निधन से बार एसोसिएशन को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है.
सरायकेला खरसावां जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता उमाकांत मिश्रा का भी निधन तकरीबन एक माह पूर्व कोरोना संक्रमण को लेकर हो गया था. एक महीने के अंतराल पर दो वरिष्ठ अधिवक्ताओं के निधन से पूरा अधिवक्ता समाज मर्माहत है.