कोरोना संक्रमण काल में रेस्तरां, होटल और स्ट्रीट फूड वेंडर्स व्यवसाय पहले की तरह अब तक पटरी पर नहीं लौटी है. अनलॉक की प्रक्रिया तो शुरू हुई लेकिन व्यवसाय वैसी तेजी नहीं आई जितनी की उम्मीद थी. इससे आज इस व्यवसाय से जुड़े लोग आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं.
रांचीः शहर का होटल व्यवसाय अब तक कोरोना संक्रमण काल से पार नहीं पा सका है. अनलॉक की प्रक्रिया शुरू तो हुई लेकिन इनके व्यवसाय में तेजी अब तक नहीं आई. शुरुआती दौर में जब गाइडलाइन के तहत इस व्यवसाय को खोलने की अनुमति दी गई थी. उस दौरान महज 20 से 30% तक व्यवसाय हो पा रहा था. वहीं अब व्यवसाय में थोड़ा इजाफा हुआ है और 50% तक व्यवसाय हो पा रहा है. हालांकि लोग अभी भी होटल, रेस्तरां जाने से कतरा रहे हैं और स्ट्रीट फूड से भी दूरी बना रहे हैं.
हालांकि रेस्तरां, होटल और स्ट्रीट फूड वेंडर्स लोगों में विश्वास दिलाने का लगातार प्रयास कर रहे हैं कि उनके सभी प्रोडक्ट को कोरोना संक्रमण से बचाव के तहत लोगों के बीच रखा जा रहा है. इसके लिए सरकार और जिला प्रशासन के कोविड-19 संक्रमण से बचाव के सभी गाइडलाइन का भी पालन करने का प्रयास जारी है. चाहे वह रेस्तरां में खाना बनाने वाले लोग हों या लोगों को खाना परोसने वाले, सभी मास्क, ग्लब्स समेत अन्य गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगातार गाइडलाइन के तहत सेनेटाइजेशन, तापमान जांचने समेत अन्य गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. यहां तक कि
रेस्टोरेंट में भीड़ कम हो, इसलिए टेबल भी कम कर दिए गए हैं.
वहीं स्ट्रीट फूड वेंडर्स की कोरोना वायरस ने कमर तोड़ दी है और अब तक वह संक्रमण काल से उतपन्न आर्थिक संकट से बाहर नहीं निकल पाए हैं. लिहाजा उनका व्यवसाय पहले की तरह चल सके इससे वह कोसों दूर है.
हालांकि होटल, रेस्तरां में खाना खाने वाले कस्टमर कोविड-19 से बचाव के लिए किए गए इंतजाम की सराहना कर रहे हैं. फिर भी कस्टमर पहले की तरह नहीं आ रहे हैं. जिसकी वजह से रेस्तरां, होटल और स्ट्रीट फूड व्यवसाय खासा प्रभावित हो रहा है.
बहरहाल रेस्तरां, होटल और स्ट्रीट फूड वेंडर्स को उम्मीद है कि आने वाले कुछ दिनों में उनके व्यवसाय में भी बढ़ोतरी होगी. हालांकि वर्तमान में पहले की तरह रौनक नहीं लौटी है. जिससे स्ट्रीट फूड वेंडर्स को सबसे ज्यादा मुसीबत उठानी पड़ रही है. वहीं रेस्तरां और होटल को होम डिलीवरी से कुछ हद तक राहत मिल रही है.
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