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आदिवासी समाज के लोगों ने अलग धर्म कोड की मांग को लेकर बनाई मानव श्रृंखला

लातेहार में धर्म कोड की मांग को लेकर आयोजित मानव श्रृंखला में आदिवासी समुदाय के लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आदिवासी समुदाय के लोगों ने मनिका प्रखंड मुख्यालय में लगभग 5 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई.

लातेहारः आदिवासी समुदाय ने अपने लिए अलग से आदिवासी धर्म कोड लागू करने की मांग को लेकर लातेहार जिले के मनिका प्रखंड मुख्यालय में मानव श्रृंखला बनाई. दरअसल आदिवासियों की मांग है कि उनका अलग धर्म कोड नहीं होने के कारण उनका विकास बाधित है. पूर्व में भी आदिवासी धर्म कोड लागू करने की मांग को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन किया गया है, इसके बावजूद केंद्र सरकार आदिवासियों के विकास के प्रति गंभीरता नहीं दिखा रही है. मनिका विधानसभा के विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि सरना धर्म कोड लागू नहीं होने के कारण आदिवासियों को भारी परेशानी हो रही है. आदिवासी समाज के लिए अलग धर्म कोड लागू होगा तो पूरे समाज के विकास के रास्ते खुलेंगे.
धर्म कोड की मांग को लेकर आदिवासी समुदाय के लोगों ने मनिका प्रखंड मुख्यालय में लगभग 5 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई. प्रदर्शन कर रहे आदिवासियों का कहना था कि वे लोग प्रकृति के पूजक रहे हैं. वर्ष 1961 तक की जनगणना में आदिवासियों को अलग धर्म कोड के आधार पर गणना की जाती थी. परंतु कालांतर में आदिवासी धर्म कोड को समाप्त कर दिया गया और आदिवासियों को अन्य धर्म से जोड़कर जनगणना होने लगी. वर्तमान में उन्हें हिंदू धर्म के अंतर्गत रखा गया है. वर्तमान में उनका धर्म कोड अलग नहीं होने के कारण उन्हें कई प्रकार के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है. अलग आदिवासी धर्म कोड लागू होने के बाद उन्हें कई अन्य प्रकार का लाभ मिल सकेंगे.