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आदिवासी मूलवासी की बात करने वाली झामुमो सत्ता में आते ही उनके पीठ में छुरा घोपने लग गयी: रघुवर दास

जमशेदपुर, गुरुवार। प्रदेश में कुछ विषयों में सफल हुए अभ्यार्थी शिक्षक के रूप में योगदान दे रहे हैं। परंतु कुछ अन्य विषयों में सफल अभ्यार्थियों की नियुक्ति में हो रही देरी पर राँची समेत अन्य जिले के सफल अभ्यार्थियों ने गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिलकर अपनी समस्या से अवगत कराया। एग्रिको स्थित आवास में दर्जनों सफल अभ्यार्थियों ने कहा कि विषय के शिक्षक के रूप में उनके चयन की सारी प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। परंतु नियुक्ति पत्र में हो रही देरी से परेशान हैं। कहा कि राज्य में विषय के शिक्षक के रूप में कई शिक्षकों की नियुक्ति हो गयी परंतु संस्कृत एवं नागरिक शास्त्र समेत कई अन्य विषयों में सफल हुए अभ्यार्थी न्यायिक प्रक्रिया के कारण हो रही देरी से मानसिक रूप से परेशान हो गए हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से संज्ञान लेकर निजात दिलाने की मांग की है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संबंधित मामले में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस मामले में उनके साथ कदम से कदम मिलाकर साथ खड़ी है, इन्हें उचित न्याय जल्द मिले इस दिशा में कार्य करेंगे। उन्होंने नियोजन नीति रद्द करने पर हेमंत सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार द्वारा न्यायालय में मजबूत ढंग से बातों को नहीं रखने से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। कहा कि उनकी सरकार ने स्थानीय आदिवासी, मूलवासी युवाओं को रोजगार से जोड़ा। कहा कि आदिवासी मूलवासी के हितों की बात कर सत्ता में आने वाले झामुमो सरकार सत्ता में आते ही उनके पीठ में छुरा घोपने का कार्य करने लगी है। प्रदेश की जनता ऐसे दलों के चाल-चरित्र से वाकिफ हो गयी है। उन्होंने शिक्षक नियुक्ति मामले में हेमंत सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट जाने का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार को सुप्रीम कोर्ट जाना ही चाहिए।